तूफ़ानों के बीच: बंगाल के अकाल का मार्मिक चित्रण करता एक रिपोर्ताज
पुस्तक चर्चा: तूफ़ानों के बीच~रांगेय राघव
पुस्तक चर्चा: तूफ़ानों के बीच~रांगेय राघव
पेट्रोल-डीजल से लेकर नींबू-मिर्ची तक हर चीज के दाम रोज बढ़ रहे हैं। खुदरा महंगाई दर चरम पर है जिससे आम आदमी की जेब पर बुरा असर पड़ रहा है। इसी पर आमलोगों की राय जानने के लिए एक दुपहरी में हम दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका गांव पहुंचे। यहाँ हमारी नजर फ्लाईओवर के नीचे आराम कर रहे कुछ साइकिल रिक्शा चालकों पर पड़ी।
पुस्तक चर्चा: कब कटेगी चौरासी ~ जरनैल सिंह
Date: 20 April 2022
पिछले कुछ महीनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि ने किसानों को बदहाल कर दिया हैं। किसानों की खेती में लागत तीन गुना तक बढ़ गई है वहीं आमदनी में कुछ खास बढ़ोतरी नहीं हुई है। डीजल के साथ-साथ कृषि यंत्रों, खाद-बीज और कीटनाशकों की कीमतें भी अपेक्षाकृत तेजी से बढ़ी है। बीते एक साल में डीजल की कीमतों में 26 से 27 रुपये तक की वृद्धि हुई है। इससे खेत की जुताई करना, सिंचाई करना और फसलों को निकालना किसानों के लिए बहुत महँगा हो गया है।
(गणतंत्र दिवस विशेषांक पत्रिका 'जनतंत्र' के लिए संपादकीय लेख) Date: 26 Jan 2022
प्रौद्योगिकी के इस युग में दुनिया तेजी से बदल रही है। डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया चरम पर है और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग दिनोंदिन बढ़ रहा है। मनुष्य के जीवन स्तर को और बेहतर बनाने में इन उपकरणों की महत्ती भूमिका है लेकिन इससे एक चुनौती भी उभरकर सामने आती है, वो है पुराने हो चुके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उचित निपटान की।